Posts

Showing posts from April, 2021

शेर और खरगोश

शेर और खरगोश (यदि आप इसे  मोबाइल  पर देख रहे हैं तो कृपया बेहतर परिणामों के लिए अपनी ब्राउज़र सेटिंग्स को  डेस्कटॉप / कंप्यूटर मोड  में बदलें।) एक जंगल में भारसुक नामक बलशाली शेर ( Lion ) रहा करता थाा। वह रोज़ शिकार पर निकलता और जंगल के जानवरों का शिकार कर अपनी भूख शांत करता थाा। एक साथ वह कई-कई जानवरों को मार देता। ऐसे में जंगल में जानवरों की संख्या दिन पर दिन कम होने लगी। डरे हुए जानवरों ने इस समस्या से निपटने के लिए सभा बुलाई। वहाँ निर्णय लिया गया कि शेर से मिलकर इस विषय पर बात की जानी चाहिए। इसके लिए जानवरों का एक दल बनाया गया। अगले दिन वह दल शेर से मिलने पहुँचा। शेर ने जब इतने सारे जानवरों को अपनी गुफ़ा की ओर आते देखा, तो आश्चर्य में पड़ गया। वह गुफ़ा से बाहर आया और गरजकर जानवरों के दल से वहाँ आने का कारण पूछा। दल का मुखिया डरते-डरते बोला, “वनराज! आप तो वन के राजा हैं। हम सभी आपकी प्रजा हैं। आज आपकी प्रजा आपसे एक विनती करने आई है।” “कैसी विनती?” शेर ने पूछा। “वनराज! आप रोज़ शिकार पर निकलते हैं और कई जानवरों को मार देते हैं। आप उन सभी मरे हुए जानवरों का भक्षण भी नहीं ...

मछली और मेंढक

मछली और मेंढक (यदि आप इसे  मोबाइल  पर देख रहे हैं तो कृपया बेहतर परिणामों के लिए अपनी ब्राउज़र सेटिंग्स को  डेस्कटॉप / कंप्यूटर मोड  में बदलें।) एक तालाब में शतबुद्धि (सौ बुद्धियों वाली) और सहस्त्रबुद्धि (हज़ार बुद्धियों वाली) नामक दो मछलियाँ रहा करती थी। उसी तालाब में एकबुद्धि नामक मेंढक भी रहता था। एक ही तालाब में रहने के कारण तीनों में अच्छी मित्रता थी। दोनों मछलियों, शतबुद्धि और सहस्त्रबुद्धि, को अपनी बुद्धि पर बड़ा अभिमान था और वे अपनी बुद्धि का गुणगान करने से कभी चूकती नहीं थीं। एकबुद्धि सदा चुपचाप उनकी बातें सुनता रहता था। उसे पता था कि शतबुद्धि और सहस्त्रबुद्धि के सामने उसकी बुद्धि कुछ नहीं है। एक शाम वे तीनों तालाब किनारे वार्तालाप कर रहे थे। तभी समीप के तालाब से मछलियाँ पकड़कर घर लौटते मछुआरों की बातें उनकी कानों में पड़ी। वे अगले दिन उस तालाब में जाल डालने की बात कर रहे थे, जिसमें शतबुद्धि, सहस्त्रबुद्धि और एकबुद्धि रहा करते थे। पंचतंत्र की कहानियां पढ़िए। यह बात ज्ञात होते ही तीनों ने उस तालाब रहने वाली मछलियों और जीव-जंतुओं की सभा बुलाई और मछुआरों की सारी...