मैं हवा हूँ, कहाँ वतन मेरा...
मैं हवा हूँ, कहाँ वतन मेरा...
अब कहाँ हूँ, कहाँ नहीं हूँ मैं...
जिस जगह हूँ, वहाँ नहीं हूँ मैं...
कौन आवाज़ दे रहा है मुझे...?
कोई कह दे, यहाँ नहीं हूँ मैं...!
मैं हवा हूँ, कहाँ वतन मेरा...
दश्त मेरा ना ये चमन मेरा
मैं के हर चंद, एक ख्व़ा ना नशीं
अंजुमन-अंजुमन सुखन मेरा...
दश्त मेरा ना ये चमन मेरा
मैं हवा हूँ, कहाँ वतन मेरा...
बर्ग-ए-गुल पर, चराग सा क्या है...?
छू गया था उसे, दहन मेरा...
दश्त मेरा ना ये चमन मेरा
मैं हवा हूँ, कहाँ वतन मेरा...
मैं के टूटा हुआ सितारा हूँ...
क्या बिगाड़ेगी, अंजुमन मेरा...
दश्त मेरा ना ये चमन मेरा
मैं हवा हूँ, कहाँ वतन मेरा...
हर घड़ी एक नया तकाज़ा है...
दर्द-ए-सर बन गया, बदन मेरा
दश्त मेरा ना ये चमन मेरा
मैं हवा हूँ, कहाँ वतन मेरा...
WOW.. thanks for getting these lyrics, thanks a lot
ReplyDeleteu welcome dear....
ReplyDeleteThere are some mistakes in these lyrics. Correct lyrics is here.
ReplyDeleteअब कहाँ हूँ कहाँ नहीं हूँ मैं
जिस जगह हूँ वहाँ नहीं हूँ मैं
कौन आवाज़ दे रहा है मुझे
कोई कह दे यहाँ नहीं हूँ मैं
मैं हवा हूँ कहाँ वतन मेरा
दश्त मेरा ना ये चमन मेरा
मैं के हर चंद एक ख्व़ानानशीं
अंजुमन-अंजुमन सुख़न मेरा
बर्ग-ए-गुल पर चराग़-सा क्या है
छू गया था उसे दहन मेरा [दहन=होंठ]
मैं के टूटा हुआ सितारा हूँ
क्या बिगाड़ेगी अंजुमन मेरा
हर घड़ी एक नया तकाज़ा है
दर्द-ए-सर बन गया बदन मेरा
Thanks for correction mishra sir
Deletemeaning
Deleteबर्ग-ए-गुल पर चराग़-सा क्या है
छू गया था उसे दहन मेरा [दहन=होंठ]
मैं के हर चंद एक ख्व़ानानशीं
अंजुमन-अंजुमन सुख़न मेरा
हर घड़ी एक नया तकाज़ा है
दर्द-ए-सर बन गया बदन मेरा
thanks
Thanks sir
ReplyDeleteSirji eska matlb Bata Dona
ReplyDeleteGood to see
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