जय हिंद...!!!


10 मई , 
स्वतंत्रता संग्राम का पहला अध्याय, इसी दिन आज़ादी पहली बिगुल फूंकी गयी थी।
बड़ी संख्या में वैज्ञानिक तथा इंजिनियर 
देश को छोड़ कर पैसों के लालच में या अधिक पैसे कमाने के लिए  विदेश चले जाते हैं।  यह भी सही है की वहां उन्हें अधिक पैसा मिलता है, परन्तु  वही काम जो विदेश में करते हैं, अपने देश के लिए किया जाए। देश के प्रत्येक नागरिक के जुबां पर आप आ जायेंगे,
लेकिन क्या यही प्यार और  सम्मान विदेश में आपको मिलेगा.?
कभी नहीं .
प्यारे देशवाशियों, उनके  कुर्बानी को सार्थक बनाओ। 

जय हिंद...!!!

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