राधे कृष्ण का रास लीला...

madhuban me jo kanhaiya kisi gopi se mile.....
kabhi muskaye, kabhi chhede, kabhi baat kare..........
radha kaise na jale........
aag tann mann me lage.... radha kaise na jale..........

...madhuban me bhale kanha kisi gopi se mile.....
mann me to radha ke hi prem ke ye phool khile....
kis liye radha jale...... bina soche samjhe...
kis liye radh jale........
madhuban me jo kanhaiya kisi gopi se mile....

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