हम दोनों ही होंगे...
अन्त में हम दोनों ही होंगे...
भले ही झगड़ें, गुस्सा करें,
एक दूसरे पर टूट पड़ें,
एक दूसरे पर दादागिरी करने के लिए,
अन्त में हम दोनों ही होंगे...
जो कहना है वह कह लें,
जो करना है वह कर लें,
एक दूसरे के चश्मे और लाठी ढूंढने में,
अन्त में हम दोनों ही होंगे...
कभी इशारों में, तो कभी उंगली दिखा कर,
कभी खामोशी से तो कभी आवाज़ दे कर,
एक दूसरे की अनकही लफ़्ज़ों को समझने के लिए,
अन्त में हम दोनों ही होंगे...
मैं रूठूँ तो तुम मना लेना,
तुम रूठो तो मैं मना लूँगा,
एक दूसरे को प्यार के सूत्र में बाँधने के लिए,
अन्त में हम दोनों ही होंगे...
आँखें जब धुँधली होंगी,
यादाश्त जब कमजोर होगी,
तब, एक दूसरे को एक दूसरे में ढूँढने के लिए,
अन्त में हम दोनों ही होंगे...
घुटने जब दुखने लगेंगे,
कमर भी झुकना बन्द करेगी,
तब एक दूसरे के पाँव के नाखून काटने के लिए,
अन्त में हम दोनों ही होंगे...
मेरी हेल्थ रिपोर्ट एकदम नॉर्मल है,
आई एम् ऑलराइट,
ऐसा कह कर एक दूसरे को बहकाने के लिए,
अन्त में हम दोनों ही होंगे...
साथ जब छूट जायेगा,
घड़ी जब विदाई की आएगी,
तब एक दूसरे को माफ़ करने के लिए,
अन्त में हम दोनों ही होंगे...
यदि ये भावनात्मक कविता पढ़ कर,
उनकी भी आँखें नम हो गईं,
और आपकी भी,
तो, एक दूसरे के आँसू पोछने के लिए भी...
अन्त में हम दोनों ही होंगे...
Amazing
ReplyDeleteThank you ma'am 😊
DeleteThank you sir, you have been sending such types of articles for our mental refreshment. Really it is a good attitude, for this many many thank you.
ReplyDeleteThank You sir ☺️
DeleteSir, while I was going through your post , the tears rolled down my face and cleaned up my heart and soul. U have given Universal Fact through the lines. Really sir, after wandering in the world we have to reach at the same point where we started our journey. The relationship of wife and husband is so strong that it is maintained JANM JANMANTAR. We are the मोक्षदायिनी for each other or fulfilment to each other.
ReplyDeleteThe most heart touching section is Mobile Repairing where the old parents didn't get the call of their children and report of mobile is OK.
At last....
SAATH JAB CHHOT JAYEGA
GHARI JAB VIDAI KI AAYEGI
TAB EK DUSRE KO MAAF KARNE KE LIYE
ANT ME HUM DONO HI HONGE....
Sanjeev Kumar
DAV Public School
Jhanjharpur, Madhubani
Thank you sir.
DeleteIt is good to see you here and at the core of hears of feelings.
Thank You 😊
ReplyDelete